
प्रीमियम शंख, जो पूजा, आरती और वास्तु में शुभ ध्वनि और सकारात्मक ऊर्जा के लिए आदर्श है।
शंख वैदिक परंपरा में शक्ति, पवित्रता और विजय का प्रतीक माना जाता है। इसका उपयोग विशेष रूप से पूजा, आरती, हवन और मंदिरों में किया जाता है। शंख फूंकने से उत्पन्न ध्वनि नकारात्मक ऊर्जा को दूर करती है और वातावरण को पवित्र बनाती है।
*दक्षिणावर्ती शंख* लक्ष्मी कृपा और धन-समृद्धि का प्रतीक है, जबकि *वामावर्ती शंख* पूजा और अर्पण में उपयोग किया जाता है।
हमारे प्रीमियम शंख प्राकृतिक समुद्री शंखों से चयनित हैं, जिन्हें उच्च गुणवत्ता के साथ पॉलिश किया गया है। यह सजावट और धार्मिक दोनों उद्देश्यों के लिए आदर्श हैं।
*लाभ:*
* सकारात्मक ऊर्जा और पवित्रता का संचार।
* धन-समृद्धि और लक्ष्मी कृपा का प्रतीक।
* नकारात्मक शक्तियों से रक्षा।
* वास्तु और धार्मिक अनुष्ठानों में लाभकारी।
*उपयोग विधि:*
शंख को गंगाजल से शुद्ध करें और पूजा के समय फूंकें या इसमें जल भरकर अर्पण करें। दक्षिणावर्ती शंख को तिजोरी या पूजा स्थल पर रखें।