🕉️ हिन्दू कैलेंडर के अनुसार पूरे वर्ष की प्रमुख पूजा और त्यौहार सूची
भारतवर्ष में हिन्दू धर्म के अनुसार हर माह कुछ विशेष पर्व, व्रत एवं पूजन संपन्न होते हैं। यह सभी तिथियां चन्द्र कैलेंडर पर आधारित होती हैं और देश के विभिन्न भागों में श्रद्धा व परंपरा के अनुसार मनाई जाती हैं।
📅 1. चैत्र (मार्च–अप्रैल)
चैत्र नवरात्रि – मां दुर्गा की आराधना के नौ दिन
राम नवमी – भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव
हनुमान जयंती – बजरंगबली का प्राकट्य दिवस
गुड़ी पड़वा / उगादी – नववर्ष की शुरुआत (महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश)
गणगौर पूजा – कुंवारी कन्याओं और सुहागिनों द्वारा शिव-पार्वती पूजन
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📅 2. वैशाख (अप्रैल–मई)
अक्षय तृतीया – अबूझ मुहूर्त; विवाह, खरीदारी और दान हेतु श्रेष्ठ दिन
वैशाख पूर्णिमा / बुद्ध पूर्णिमा – भगवान बुद्ध का जन्म दिवस
सत्यनारायण व्रत – पूर्णिमा के दिन विष्णु पूजन और कथा
मोहिनी एकादशी – मोहक रूप में भगवान विष्णु की पूजा
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📅 3. ज्येष्ठ (मई–जून)
गंगा दशहरा – धरती पर मां गंगा के अवतरण का दिन
निर्जला एकादशी – बिना जल ग्रहण किए रखा जाने वाला कठिन व्रत
वट सावित्री व्रत – सुहागिन स्त्रियों द्वारा वटवृक्ष की पूजा
शनि जयंती – न्याय के देवता शनि देव का जन्मदिवस
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📅 4. आषाढ़ (जून–जुलाई)
जगन्नाथ रथ यात्रा (पुरी) – भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की रथयात्रा
देवशयनी एकादशी – विष्णु भगवान का योग निद्रा में प्रवेश, चातुर्मास आरंभ
गुरु पूर्णिमा – गुरुओं के प्रति श्रद्धा का दिन
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📅 5. श्रावण (जुलाई–अगस्त)
श्रावण सोमवार व्रत – भगवान शिव को समर्पित व्रत
नाग पंचमी – नाग देवता की पूजा
रक्षा बंधन – भाई-बहन का पवित्र पर्व
श्रावण शिवरात्रि – महादेव की रात्रि में विशेष पूजा
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📅 6. भाद्रपद (अगस्त–सितंबर)
कृष्ण जन्माष्टमी – श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव
हरतालिका तीज – स्त्रियों द्वारा शिव-पार्वती के विवाह की स्मृति में व्रत
गणेश चतुर्थी – गणपति की स्थापना और 10 दिवसीय उत्सव
संतान सप्तमी – संतान सुख, आरोग्यता और दीर्घायु के लिए माताओं का व्रत
ऋषि पंचमी – सात ऋषियों की पूजा एवं स्त्रियों का शुद्धिकरण व्रत
अनंत चतुर्दशी – भगवान अनंत (विष्णु) की पूजा
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📅 7. आश्विन (सितंबर–अक्टूबर)
शारदीय नवरात्रि – मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना
दुर्गा अष्टमी / महानवमी – कन्या पूजन एवं शक्तिपूजन
दशहरा / विजयादशमी – बुराई पर अच्छाई की जीत (रावण दहन)
शरद पूर्णिमा / कोजागरी लक्ष्मी पूजा – रातभर चंद्रमा की किरणों का महत्व
करवा चौथ – पति की लंबी उम्र हेतु स्त्रियों का निर्जला व्रत
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📅 8. कार्तिक (अक्टूबर–नवंबर)
धनतेरस – धन्वंतरि और कुबेर की पूजा
नरक चतुर्दशी / काली चौदस – नरकासुर वध का उत्सव
दीपावली / लक्ष्मी पूजन – महालक्ष्मी एवं गणेशजी की पूजा
गोवर्धन पूजा – श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन उठाने की स्मृति
भाई दूज / यम द्वितीया / भाई दूज / भीनी दूज (कुछ क्षेत्रों में) – भाई-बहन का प्रेमपूर्ण पर्व
तुलसी विवाह – तुलसी और भगवान विष्णु का प्रतीकात्मक विवाह
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📅 9. मार्गशीर्ष / अग्रहायण (नवंबर–दिसंबर)
गीता जयंती – श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को गीता उपदेश
गुरुवार लक्ष्मी व्रत – महिलाओं द्वारा श्री लक्ष्मी के लिए व्रत
दत्तात्रेय जयंती – भगवान दत्तात्रेय का जन्म
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📅 10. पौष (दिसंबर–जनवरी)
पौष पूर्णिमा – गंगा स्नान और दान का विशेष महत्त्व
संक्रांति की पूर्व तिथियां – सूर्यदेव को समर्पित पूजा
संकट चौथ – गणेशजी के विशेष व्रत
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📅 11. माघ (जनवरी–फरवरी)
माघ मेला / प्रयागराज स्नान – तीर्थ स्नान की परंपरा
मौनी अमावस्या – मौन रहकर स्नान व तप
वसंत पंचमी / सरस्वती पूजा – विद्यादायिनी देवी सरस्वती की आराधना
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📅 12. फाल्गुन (फरवरी–मार्च)
महाशिवरात्रि – शिव-पार्वती विवाह उत्सव
होलिका दहन – भक्त प्रह्लाद की विजय और बुराई का अंत
रंगों की होली – प्रेम, समरसता और उल्लास का पर्व
फाल्गुन पूर्णिमा – सत्यनारायण कथा एवं होली का समापन
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🛕विशेष पूजन जो पूरे वर्ष हो सकते हैं:
गणेश पूजा – शुभ कार्यों की शुरुआत से पहले विघ्नहर्ता गणेश जी की आराधना
सत्यनारायण व्रत कथा – प्रत्येक पूर्णिमा पर
रुद्राभिषेक – विशेषकर सोमवार और मासिक शिवरात्रि पर
संदरकांड पाठ – किसी भी मंगलवार / शनिवार को
नवग्रह शांति पूजन – ग्रह दोष निवारण हेतु
कालसर्प दोष निवारण पूजा – ज्योतिष दोष समाधान हेतु
पितृ दोष एवं श्राद्ध पक्ष पूजा – अश्विन मास में
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🔥 प्रमुख पाठ, हवन एवं जप जो पूरे वर्ष किए जा सकते हैं:
नवग्रह स्तोत्र – नौ ग्रहों की शांति हेतु
श्रीसूक्त पाठ – लक्ष्मी कृपा व धन वृद्धि हेतु
शिव चालीसा / रुद्राष्टक पाठ – शिव आराधना हेतु
गायत्री जाप / हवन – ब्रह्मतेज व मानसिक शुद्धि हेतु
विष्णु सहस्रनाम – मानसिक शांति और मोक्ष प्राप्ति हेतु
संतान गोपाल मंत्र जप – संतान प्राप्ति की इच्छा पूर्ति हेतु
श्री रामरक्षा स्तोत्र पाठ – परिवारिक सुरक्षा व रामकृपा हेतु
महामृत्युंजय जाप – रोग, भय और अकाल मृत्यु से रक्षा हेतु
कुबेर पूजन / कुबेर यंत्र स्थापना – व्यापार और धनवृद्धि हेतु
शिव सहस्रनाम / लिंगाष्टकम् – शिव जी की विशेष कृपा हेतु
श्रीसूक्त पाठ / लक्ष्मी जाप– धन, समृद्धि और ऐश्वर्य प्राप्ति हेतु
मंगल दोष निवारण पूजा – विवाह संबंधी रुकावटों के निवारण हेतु
तंत्रोक्त रक्षोपाय / ग्रह-शांति हवन – विशेष ज्योतिषीय स्थितियों में
दत्तात्रेय स्तोत्र / गुरुदेव दत्त पाठ – गुरु कृपा व आत्मिक उन्नति हेतु
भवानी अष्टकम / दुर्गा चालीसा – स्त्री रक्षार्थ, तेज एवं शक्ति के लिए
दुर्गा सप्तशती पाठ– शक्ति, विजय और रक्षा हेतु किसी भी दिन (विशेषतः नवरात्रों में)
दुर्गा सप्तशती पाठ (चंडी पाठ) – कष्ट निवारण, दुर्गा कृपा और तांत्रिक बाधा मुक्ति हेतु
🔥 हवन (Homam / Yagya / Agnihotra)
नवग्रह हवन – ग्रह दोष निवारण हेतु
श्रीसूक्त हवन – लक्ष्मी कृपा एवं शुभता हेतु
महालक्ष्मी हवन – धन, समृद्धि व सुख-शांति हेतु
कालसर्प हवन – कालसर्प दोष की शांति के लिए
महामृत्युंजय हवन – रोग व मृत्यु भय निवारण हेतु
मंगल दोष हवन – विवाह संबंधित दोष निवारण हेतु
दुर्गा हवन / चंडी हवन – शत्रु नाश, शक्ति व विजय हेतु
संतान गोपाल हवन – संतान प्राप्ति और संतान की भलाई हेतु
सर्वरोग निवारण हवन – शारीरिक, मानसिक रोग से मुक्ति हेतु
रुद्र हवन / रुद्राभिषेक सह हवन – शिव कृपा और जीवन शुद्धि हेतु