
प्रीमियम दूर्वा घास, जो भगवान गणेश के पूजन में विशेष महत्व रखती है और शुभता का प्रतीक है।
दूर्वा घास हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र मानी जाती है और विशेष रूप से भगवान गणेश की पूजा में इसका अर्पण अनिवार्य है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, दूर्वा अर्पित करने से विघ्न दूर होते हैं, बुद्धि एवं स्मृति में वृद्धि होती है और जीवन में समृद्धि आती है।
दूर्वा तीन पत्तियों का समूह होता है, जो त्रिदेव (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) का प्रतीक माना जाता है। इसे विवाह, गृह प्रवेश, यज्ञ, हवन और विभिन्न शुभ अवसरों पर भी प्रयोग किया जाता है।
हमारी प्रीमियम दूर्वा घास ताज़ा, हरी-भरी और पूजा योग्य होती है, जिसे विशेष देखभाल के साथ तैयार और पैक किया जाता है, ताकि इसकी पवित्रता और ताजगी लंबे समय तक बनी रहे।
*लाभ:*
* भगवान गणेश की पूजा में अनिवार्य।
* बुद्धि, स्मृति और सौभाग्य में वृद्धि।
* जीवन से विघ्न और नकारात्मक ऊर्जा का निवारण।
* पूर्णत: ताज़ा और प्राकृतिक।
*उपयोग विधि:*
गणेश पूजन में दूर्वा घास की विषम संख्या (जैसे 21, 51, 108) अर्पित करें। हवन और अन्य पूजन में भी इसका प्रयोग करें।
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